मौखिक
(क) प्रोफेसर यासीन की प्रसन्नता का क्या कारण था
उत्तर- प्रोफेसर यासीन ने समय की अबाध यति पर ‘समयनाय ‘ दुवारा विजय हासिल किया था यही उनकी प्रसन्नता का कारण था
(ख) समययान का बाहर का दृश्य देखते ही प्रोफेसर अवाक क्यों रहे गए ?
उत्तर — समूययान का बाहर का दृश्य देखते ही प्रोफेसर अवाक रह गए — बाहर सिर्फ रेतू ही रेत थी, अंगारों की हुई रेत । दूर दूर तक पेड़-पौधा दहकती निमो “निशान नहीं था.
(ग) प्रोफेसर को ट्रांसमिट करके कहाँ ले जाया गया ?
उत्तर — प्रोफेसर को ट्रांसमिट करके न्यायालय में ले जाया गया
(घ) वकील ने पर्यावरण से छेड़छाड़ के क्या परिणाम गिनाए ?
उत्तर- वकील ने पर्यावरण से छेड़छाड़ का कारण बताया कि धरती से पेड़-पौधे हो गए हैं, भयानक गर्मी पड़ने गायक ओजोन परत नष्ट हो गया है, लगी समुद्र का जलस्तर बेतहाशा बढ़ गया है. आँधी तूफान तो रोज आते रहते है जीवित रहने के लिए कृत्रिम ऑक्सीजन का सहारा लेना पड़ता
लिखित
(क) प्रोफिसर यासीन की समयचक्र की यात्रा की तैयारी का वर्णन कीजिए।
उत्तर- प्रोफेसर यासीन ने वातावरणीय परिवर्तनों को ध्यान मैं रखते हुए एक विशेष प्रकार की पोशाक बनाई थी। जिसे वह पहनकर आंतरिक्ष यात्री की तरह लग रहे थे। समययान में, पहुँचते ही उसने कंप्यूटर को चालू किया और देखते ही देखते उसका सतरंगा आवरण तेजी से घूमने लगा।
(ख) अदालत का दृश्य कैसा उत्तर- अदालत सामने एक ऊँची कुरसी पर था ?
मे अगल-बगल वकील और पीछे दर्शक थे। प्रोफेसर मुलाजिम की तरह कटघरे में खड़े थे। वहाँ उपस्थित सभी व्यक्ति धूप की तरह पीली चमड़ी वाले थे
(ग) आप लोगों ने तो अपने वंशजों के लिए जीते-जी कब्र तैयार कर दी — वकील ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर- प्रोफेसर यासीन के समय के लोगों ने पर्यावरण से छेड़छाड़ और वृक्षों का विनाश किया था। जिसके कारण प्रदूषण, ऑक्सीजन की कमी और सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचने के लिए जमीन से दस फीट नीचे । सतह पर आवास बनाया था इसलिए वकील ने ऐसा कहा