मौखिक :
क) 3 दिसंबर, 1971 को अचानक क्या घटना घटी थी ?
उत्तर-3 दिसंबर, 1971 को अचानक पाकिस्तानी सेबरजेट विमानों ने नेपाम बम गिराए थे।
(ख) राकेश के अनुसार मिशन ‘मशाल’ चक्रव्यूह में घुसने के बाद आठों अभिमन्युओं की क्या स्थिति होगी ?
उत्तर- राकेश के अनुसार मिशन ‘मशाल’ चक्रव्यूह में घुसने के बाद आठों अभिमन्यु निपट अकेला होगा।
(ग) लेखक ने पाकिस्तान की सीमा में घुसते भारतीय वीरों का वर्णन किन शब्दों में किया है?
उत्तर — लेखक ने पाकिस्तान की सीमा में घुसते भारतीय वीरों का वर्णन करते हुआ कहा पाकिस्तान की सीमा में सेंधमारों की तरह चुपचाप घुसते इन आठों अभिमन्युओं को आसमान पर मूक बैठे सितारों ने देखा था| परन्तु न आसमान ने उन्हें आने से रोका था और न ही हवा ने टोका था ।
(घ) ग्रेवाल और रमन के रॉकेटों के गिरते ही कैसा दृश्य उपस्थित हो गया ?
उत्तर- ग्रेवाल और रमन के रॉकेटों के गिरते ही आग की लंबी मीनारों की तरह वे तेल के कुएँ हवा में तन गाए थे।
लिखित :
(क) गिरजाघरों की घंटियाँ करुणाभरे गीत क्यों गा रही थीं?
उत्तर- गिरजाघरों की घंटियाँ करुणाभरे गीत गा रही थीं क्योंकि पाकिस्तानी सेबरजेट विमानों ने नेपाल में बम गिराए थे।
(ख) मिशन ‘मशाल’ क्या था ?
उत्तर- मिशन ‘मशाल’ भारतीय वायु सैनिकों द्वारा चलाया एक मिशन था जिसमे अटक पाकिस्तान के तेल शोधक कारखाने को ध्वस्त किया गया था|
(ग) कौन सी मुसीबत सुरसा के मुँह की तरह खुली थी ?
उत्तर — पश्चिम की पहाड़ियों की ढलान पर लगी विमान भेदी तोपें जिनके लिए भारी बम-वर्षक कैनबरा विमान को निशाना बनाना बहुत आसान था। एक बार इन तोपों के मुहँ खुलने की देर थी कि सब करा-घरा पर पानी फिर जाता । ये मुसीबत ही सुरसा के मुहँ की तरह खुली थी।
(घ) राकेश ने पूर्व योजना बदलकर अपने किस साथी को क्या कार्य सौंपा?
उत्तर- राकेश ने पूर्व योजना बदलकर डिसूज़ा को विमान भेदी तोपों को नष्ट करने का, धरम और धीरज को तेलशोधक नष्ट करने का, गैरी को तेल के कुओं को और राकेश ने अकेले गोदाम को उड़ाने की योजना बनाई।
(ङ) धींगड़ा द्वारा ग्रेवाल की ओर बढ़ते सेबरजेट विमान पर वार करने का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर- धींगड़ा द्वारा ग्रेवाल की ओर बढ़ते सेबरजेट विमान पर वार करने का परिणाम यह हुआ कि विमान खंड — खंड होकर जमीन पर जा गिरा।
आशय स्पष्ट कीजिए -
1. सुबह अचानक अगरबत्ती-सी धुँधुआ उठी।
उत्तर- इस पंक्ति का आशय यह है कि 3 दिसंबर, 1971 की ठिठुरती सुबह अचानक अगरबत्ती-सी धुँधुआ उठी क्योंकि इस दिन पाकिस्तानी सेबरजेट विमानों ने नेपाल पर बम गिराए थे। सब कुछ बरबाद हो गया था। .
2. आसमान गुर्राने लगा था ।
उत्तर- इस पंक्ति का आशय यह है कि जब आठों सैनिको ने एक-एक कर अपने-अपने विमान पर सवार हुए थे और राकेश के आदेश पर चालू हुए विमानों के इंजनों में इनकी समूची सोच विलीन हो गई थी और आसमान गुर्राने लगा था।